वक्त जानता पहचानता के कदमो के निशान खुद के तमाम। वक्त जानता पहचानता के कदमो के निशान खुद के तमाम।
लेखक : इवान बूनिन अनुवाद : आ. चारुमति रामदास लेखक : इवान बूनिन अनुवाद : आ. चारुमति रामदास
मुश्किल है लेकिन असंभव बिलकुल नहीं है। गेट वेल सून आगरा। मुश्किल है लेकिन असंभव बिलकुल नहीं है। गेट वेल सून आगरा।
कुछ यादें जो कभी भूलती नहीं... कुछ यादें जो कभी भूलती नहीं...
जो इंसान वक़्त और धन की कद्र नहीं करता उसे दोनों की मार से कोई नही बचा सकता...... जो इंसान वक़्त और धन की कद्र नहीं करता उसे दोनों की मार से कोई नही बचा सकता........
दुआ के वक्त समझता है कि खुदा बहुत करीब है और गुनाह के वक्त समझता है कि खुदा बहुत दूर ह दुआ के वक्त समझता है कि खुदा बहुत करीब है और गुनाह के वक्त समझता है कि खुदा बहुत...